Ashtami Kab Hai 2024: हिन्दू कलैंडर के अनुसार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के 8वीं तिथि को अष्टमी या आठे कहते हैं। एक चंद्र मास में दो और साल में 24 आठे तिथि होती है। तो आइये जानते है साल 2024 में अष्टमी तिथि कब है –
अष्टमी कब है 2024 | Ashtami Kab Ki Hai
अष्टमी कब है इस महीने में
साल 2024 जनवरी से दिसंबर तक की अष्टमी तिथि की सूची नीचे टेबल में दी गई है। चलिए देखते है हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस महीने में Ashtami Tithi कब है (aathe kab ki hai)
जनवरी में अष्टमी कब है | Ashtami in January 2024
जनवरी 2024 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 04 तारीख को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 18 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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04 जनवरी 2024 | गुरूवार | कृष्ण | 03 जनवरी शाम 07:48 बजे से – 04 जनवरी रात 10:05 बजे तक |
18 जनवरी 2024 | गुरूवार | शुक्ल | 17 जनवरी रात्रि 10:07 बजे से – 18 जनवरी रात्रि 08:45 बजे तक |
फरवरी में अष्टमी कब है | Ashtami in February 2024
फरवरी 2024 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 03 तारीख को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि (भीष्म अष्टमी) 17 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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03 फरवरी 2024 | शनिवार | कृष्ण | 02 फरवरी शाम 04:03 बजे से – 03 फरवरी शाम 05:21 बजे तक |
17 फरवरी 2024 | शनिवार | शुक्ल | 17 फरवरी प्रातः 08:55 बजे से – 18 फरवरी प्रातः 08:16 बजे तक |
मार्च में अष्टमी कब है | Ashtami in March 2024
मार्च 2024 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 04 तारीख को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 17 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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04 मार्च 2024 | सोमवार | कृष्ण | 03 मार्च 2024 प्रातः 08:45 बजे से – 04 मार्च 2024 प्रातः 08:49 बजे तक |
17 मार्च 2024 | रविवार | शुक्ल | 16 मार्च 2024 रात्रि 09:39 बजे से – 17 मार्च 2024 रात्रि 09:53 बजे तक |
अप्रैल में अष्टमी कब है | Ashtami in April 2024
अप्रैल 2024 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (शीतला अष्टमी) 02 तारीख को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 16 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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02 अप्रैल 2024 | मंगलवार | कृष्ण | 01 अप्रैल रात्रि 09:10 बजे से – 02 अप्रैल रात्रि 08:09 बजे तक |
16 अप्रैल 2024 | मंगलवार | शुक्ल | 15 अप्रैल दोपहर 12:12 बजे से – 16 अप्रैल दोपहर 01:24 बजे तक |
मई में अष्टमी कब है | Ashtami in May 2024
मई 2024 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 01 & 31 तारीख को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि (बुध अष्टमी) 15 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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01 मई 2024 | बुधवार | कृष्ण | 01 मई प्रातः 05:46 बजे से – 02 मई प्रातः 04:01 बजे तक |
15 मई 2024 | बुधवार | शुक्ल | 15 मई प्रातः 04:19 बजे से – 16 मई प्रातः 06:23 बजे तक |
31 मई 2024 | शुक्रवार | कृष्ण | 30 मई प्रातः 11:44 बजे से – 31 मई प्रातः 09:38 बजे तक |
जून में अष्टमी कब है | Ashtami in June 2024
जून 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 14 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 29 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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14 जून 2024 | शुक्रवार | शुक्ल | 13 जून रात्रि 09:33 बजे से – 15 जून प्रातः 00:04 बजे तक |
29 जून 2024 | शनिवार | कृष्ण | 28 जून अपराह्न 04:27 बजे से – 29 जून अपराह्न 02:20 बजे तक |
जुलाई में अष्टमी कब है | Ashtami in July 2024
जुलाई 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 14 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 28 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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14 जुलाई 2024 | रविवार | शुक्ल | 13 जुलाई अपराह्न 03:06 बजे से – 14 जुलाई अपराह्न 05:26 बजे तक |
28 जुलाई 2024 | रविवार | कृष्ण | 27 जुलाई रात्रि 09:20 बजे से – 28 जुलाई रात्रि 07:28 बजे तक |
अगस्त में अष्टमी कब है | Ashtami in August 2024
अगस्त 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 13 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (कृष्ण जन्माष्टमी) 26 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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13 अगस्त 2024 | मंगलवार | शुक्ल | 12 अगस्त प्रातः 07:55 बजे से – 13 अगस्त प्रातः 09:31 बजे तक |
26 अगस्त 2024 | सोमवार | कृष्ण | 26 अगस्त प्रातः 03:39 बजे से – 27 अगस्त प्रातः 02:20 बजे तक |
सितंबर में अष्टमी कब है | Ashtami in September 2024
सितंबर 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि (राधा अष्टमी / दूर्वा अष्टमी) 11 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (मध्य अष्टमी) 25 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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11 सितंबर 2024 | बुधवार | शुक्ल | 10 सितंबर रात 11:12 बजे से – 11 सितंबर रात 11:47 बजे तक |
25 सितंबर 2024 | बुधवार | कृष्ण | 24 सितंबर दोपहर 12:39 बजे से – 25 सितंबर दोपहर 12:11 बजे तक |
अक्टूबर में अष्टमी कब है | Ashtami in October 2024
अक्टूबर 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि (दुर्गा अष्टमी) 11 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (अहोई अष्टमी ) 24 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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11 अक्टूबर 2024 | शुक्रवार | शुक्ल | 10 अक्टूबर दोपहर 12:32 बजे से – 11 अक्टूबर दोपहर 12:07 बजे तक |
24 अक्टूबर 2024 | गुरूवार | कृष्ण | 24 अक्टूबर प्रातः 01:19 बजे से – 25 अक्टूबर प्रातः 01:58 बजे तक |
नवंबर में अष्टमी कब है | Ashtami in November 2024
नवंबर 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि (गोपाष्टमी) 09 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 23 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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09 नवंबर 2024 | शनिवार | शुक्ल | 08 नवंबर रात 11:56 बजे से – 09 नवंबर रात 10:45 बजे तक |
23 नवंबर 2024 | शनिवार | कृष्ण | 22 नवंबर शाम 06:08 बजे से – 23 नवंबर शाम 07:57 बजे तक |
दिसंबर में अष्टमी कब है | Ashtami in December 2024
दिसंबर 2024 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 09 तारीख को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 23 तारीख को है।
दिनांक | दिन | पक्ष | तिथि |
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09 दिसंबर 2024 | सोमवार | शुक्ल | 08 दिसंबर सुबह 09:44 बजे से – 09 दिसंबर सुबह 08:03 बजे तक |
23 दिसंबर 2024 | सोमवार | कृष्ण | 22 दिसंबर दोपहर 02:32 बजे से – 23 दिसंबर शाम 05:08 बजे तक |
अष्टमी तिथि का महत्व
अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव है। इसके साथ ही यह तिथि जया तिथियों की श्रेणी में आती है।
अष्टमी तिथि प्रभावशाली और विजय की प्राप्ति के लिए बहुत ही उपयोगी है। माँ दुर्गा की शक्ति के लिए भी अष्टमी तिथि का बहुत महत्व होता है.
इस दिन की ऊर्जा का प्रवाह व्यक्ति को जीवन जीने की शक्ति और विपदाओं से आगे बढ़ने की क्षमता भी देता है।
यह तिथि उन कार्यों में सफलता दिलाने में बहुत सहायक बनती है जिनमें व्यक्ति को साहस और शौर्य की अधिक आवश्यकता होती है।
अष्टमी तिथि पर्व
अष्टमी तिथि के दौरान विभिन्न पूजा-पाठ और त्यौहार मनाए जाते हैं। ऎसे त्यौहार और उत्सव जो अष्टमी तिथि के अवसर पर आयोजित होते हैं –
- सीता अष्टमी | Sita Ashtami
4 मार्च /14 फरवरी 2024 – फाल्गुन कृष्ण अष्टमी तिथि को सीता अष्टमी मनाई जाती है. इस पर्व को सीता या जानकी जयंती के नाम से भी जाना जाता है.
- शीतला अष्टमी | Shitala Ashtami
02 April 2024 – शीतला अष्टमी का व्रत चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। कुछ जगहों पर इस व्रत को बसौड़ा के नाम से जाना जाता है। इस दिन शीतला माता की पूजा की जाती है और बासी भोजन ही खाया जाता है। मान्यता है की शीतला माता का पूजन करने से चेचक, खसरा, माता जैसे रोग परेशान नहीं करते हैं।
- जन्माष्टमी | Janmashtami
26 अगस्त 2024 – भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसलिए उनका जन्मोत्सव जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।
- राधाष्टमी | Radha Ashtami
11 सितंबर 2024 – भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि श्री राधाष्टमी पर्व के रुप में मनाई जाती है। मान्यता अनुसार इस तिथि के दिन श्री राधा जी प्रकट हुई थीं। पद्मपुराण में राधाजी को राजा वृषभानु की पुत्री बताया गया है। इसमें इनकी जन्म की कथा भी बताई गई है कि किस प्रकार वृशभानु को यज्ञ भूमी से राधा जी की प्राप्ति हुई थी। वृंदावन, ब्रज और बरसाना क्षेत्र में राधाष्टमी भी एक बड़े त्यौहार के रूप में मनाई जाती है।
- महाष्टमी | दुर्गाष्टमी | Maha Ashtami | Durga Ashtami
11 अक्टूबर 2024 – नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस दिन मां दु्र्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाती है। अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन, भोजन और हवन करने का विशेष महत्व होता है। पौराणिक मान्यता है कि इस तिथि पर देवी की पूजा करने पर हर तरह के कष्ट और आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं।
FAQ- अष्टमी कब है | Ashtami Tithi Kab Hai
1. शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि कब की है?
शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की जानकारी ऊपर टेबल में दी गई है।
2. कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि कब की है?
इस साल की सभी कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि की लिस्ट ऊपर टेबल में दी गई है।
3. महा अष्टमी / दुर्गा अष्टमी कब है?
इस साल महा अष्टमी / दुर्गा अष्टमी 11 अक्टूबर 2024 को है।
हिंदू कैलेंडर की अन्य तिथियाँ
हिंदू कैलेंडर में भी महीने (मास) में 30 तिथियां होती हैं और एक चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष और प्रत्येक पक्ष में 15-15 तिथियां होती है। दोनों पक्षों में 14 तिथियां समान होती है लेकिन कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या और शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि पूर्णिमा कही जाती है।
हिंदू कैलेंडर की तिथियाँ है –
- प्रतिपदा (पड़वा, एकम) – चंद्र मास की पहली तिथि
- द्वितीया (दूज) – चंद्र मास की दूसरी तिथि
- तृतीया (तीज) – चंद्र मास की तीसरी तिथि
- चतुर्थी (चौथ) – चंद्र मास की चौथी तिथि
- पंचमी (पंचमी) – चंद्र मास की पांचवी तिथि
- षष्ठी (छठ) – चंद्र मास की छठी तिथि
- सप्तमी (सातम) – चंद्र मास की सातवीं तिथि
- अष्टमी (आठम) - चंद्र मास की आठवीं तिथि
- नवमी (नौमी) – चंद्र मास की नवमी तिथि
- दशमी (दसम) – चंद्र मास की दशमी तिथि
- एकादशी (ग्यारस) – चंद्र मास की ग्यारवीं तिथि
- द्वादशी (बारस) – चंद्र मास की बाहरवीं तिथि
- त्रयोदशी (तेरस) – चंद्र मास की तेहरवीं तिथि
- चतुर्दशी (चौदस) – चंद्र मास की चौहदवीं तिथि
- पूर्णिमा (पूरनमासी, पूर्णमासी) – शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि
- अमावस्या (अमावस) – कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि
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