Ganesh Ji Ki Aarti – धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्री गणेश की पूजा सबसे पहले की जाती है। गणेश जी अपने भक्तो का सभी विघ्न और बाधाएं समाप्त कर कार्यों को सफल करने में मदद करते है। जो गणेश जी की आरती (Shri Ganesh Aarti) करता है या उसका पाठ करता है उसे भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद मिलता है और जीवन मंगलमय होता है।
श्री गणेश जी की आरती – Lyrics of Ganesh Aarti in Hindi
॥ श्री गणेश आरती ॥
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे
मूसे की सवारी ॥1॥
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे
संत करें सेवा ॥2॥
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत
निर्धन को माया ॥3॥
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
सूर श्याम शरण आए
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥4॥
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो
जाऊं बलिहारी ॥5॥
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा ॥
॥ श्री गणेश आरती संपूर्ण ॥
(Sri Ganesh Aarti Lyrics | Ganesh Ji Ki Aarti)
FAQs – Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics
मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री गणेश का पूजन और आरती करने से सभी विघ्न और बाधाएं दूर हो जाते हैं। यदि पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान गणेश जी की पूजा और आरती की जाए तो जीवन की परेशानियों और समस्याओं का समाधान हो जाता है।
गणेश जी की आरती में धूप दीप के अलावा गणपति के प्रिय भोग जैसे कि मोदक, लड्डू, केला आदि भी शामिल करें।
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