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101 Bhagavad Gita Quotes in Hindi – श्रीमद भगवद गीता के प्रेरक कथन

Bhagavad Gita Quotes in Hindi – भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध से पहले कुरुक्षेत्र की रणभूमि में अर्जुन को जो उपदेश दिया है उन्हीं उपदेशों का संकलन है श्रीमद्भगवदगीता। प्रस्तुत है श्रीमद भगवद गीता के कुछ प्रेरक कथन हिंदी में –

Bhagavad Gita Quotes in Hindi

1. आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकती और न ही अग्नि इसे जला सकती है, जल इसे गीला नहीं कर सकता और वायु इसे सुखा नहीं सकती।

2. आत्मा न कभी जन्म लेता है और न ही मरता है। आत्मा अजन्मा, नित्य, शाश्वत और पुरातन है, शरीर के नाश होने पर भी इसका नाश नहीं होता – आत्मा अमर है।

3. जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है और मरने वाले का जन्म निश्चित है इसलिए जो अटल है अपरिहार्य है उसके विषय में तुमको शोक नहीं करना चाहिये।

4. जो होने वाला हैं वो होकर ही रहता है और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता, जो ऐसा मानते हैं उन्हें चिंता कभी नहीं सताती हैं।

5. कोई भी अपने कर्म से भाग नहीं सकता, कर्म का फल तो भुगतना ही पड़ता हैं। इसलिए अच्छे कर्म करो ताकि अच्छे फल मिले। 

6. जो मुझे (ईश्वर) सर्वत्र देखता है और सब कुछ मुझमें देखता है, उसके लिए न तो मैं कभी अदृश्य होता हूँ और न वह मेरे लिए अदृश्य होता है।

7. सही कर्म वह नहीं है जिसके परिणाम हमेशा सही हो बल्कि सही कर्म वह है जिसका उद्देश्य कभी भी गलत ना  हो।

8. मनुष्य को जीवन की चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए और न ही भाग्य और ईश्वर की इच्छा जैसे बहानों का प्रयोग करना चाहिए।

9. ज्यादा खुश होने पर और ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए। क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्यय नहीं लेने देती हैं। 

10. इस सम्पूर्ण संसार में कोई भी व्यक्ति महान बनकर जन्म नहीं लेता है, बल्कि उसके कर्म उसे महान बनाते हैं। 

Inspirational Shrimad Bhagavad Gita Quotes in hindi 

Inspirational Shrimad Bhagavad Gita Quotes in hindi 

11. अच्छे कर्म करने के बावजूद भी लोग केवल आपकी बुराइयाँ ही याद रखेंगे, इसलिए लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान मत दो तुम अपना कर्म करते रहो।

12. इस दुनिया में कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है इसलिए लोगों की अच्छाइयों को देखकर उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाए।

13. अच्छी नीयत से किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता और उसका फल आपको ज़रूर मिलता है।

14. सत्य कभी दावा नहीं करता कि मैं सत्य हूं, लेकिन झूठ हमेशा दावा करता हैं कि सिर्फ मैं ही सत्य हूं।

15. धरती पर जिस तरह मौसम में बदलाव आता हैं, उसी तरह जीवन में भी सुख- दुःख आता जाता रहता हैं।

16. मनुष्य हमेशा अपने भाग्य को कोसता है यह जानते हुए भी कि भाग्य से भी ऊंचा उसका कर्म है जिसके स्वयं के हाथों में है।

17. गलतियां ढूंढना गलत नही है बस शुरुआत खुद से होनी चाहिए।

18. मानव कल्याण ही गीता का प्रमुख उद्देश्य है, इसलिए मनुष्य को अपने कर्तव्यों का पालन करते समय, मानव कल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए।

19. सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और।

20. जब मनुष्य अपने काम में आनंद खोज लेता हैं, तब वे पूर्णता प्राप्त कर लेता हैं।

Bhagavad Gita Motivational Quotes in Hindi

Bhagavad Gita Motivational Quotes in Hindi

21. व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों को वश में रखने के लिए बुद्धि और मन को नियंत्रित रखना होगा।

22. परिवार के साथ धैर्य प्यार कहलाता है, औरों के साथ धैर्य सम्मान कहलाता है, स्वयं के साथ धैर्य आत्मविश्वास कहलाता है और भगवान के साथ धैर्य आस्था कहलाती है।

23. जो लोग तुम्हारी बुराई करते हैं वो करेंगे चाहे तुम अच्छा काम करो या बुरा। इस लिए शांत रहकर अपना कर्म करते रहे।

24. बुरा समय आपको जिंदगी के उन सभी सच से सामना करवाता है, जिनका आपको अच्छे समय में कभी ख्याल नहीं होता।

25. निंदा से मत घबराओ निंदा उसी की होती है जो जीवित है, मरने के बाद तो सिर्फ़ प्रशंसा होती है।

26. जब हमारा मन कमजोर होता हैं, तब परिस्थितियां समस्या बन जाती हैं और जब हमारा मन कठोर होता है तब परिस्थितियां चुनौती बन जाती हैं, जब हमारा मन मजबूत होता हैं, तब परिस्थितियां अवसर बन जाती हैं।

27. हम जिस मनुष्य पर अति विश्वास करते हैं, वही हमारे विरुद्ध षड्यंत्र करते हैं।

28. कर्म का धर्म से अधिक महत्व है क्योंकि धर्म करके भगवान से माँगना पड़ता है पर कर्म करने पर भगवान स्वयं फल देता है।

29. प्रेम और विश्वास पाने के लिए अवसर मांगे नहीं जाते, अवसर ढूंढ कर उस प्रेम और विश्वास को जीता जाता है।

30. जो जितना शांत होता है, वो उतनी ही गहराई से अपनी बुद्धि का प्रयोग कर सकता हैं।

Quotes From Bhagavad Gita in Hindi

Quotes From Bhagavad Gita in Hindi

31. अगर आप अपनी गलतियों से कुछ सीखते हो तो गलतियां सीढ़ियाँ बनती हैं और अगर नहीं सीखते हैं, तो गलतियां सागर हैं – इसलिए फैसला आपका है चढ़ना है या डूबना है।

32. तुम्हारे साथ जो हुआ वह अच्छा हुआ जो हो रहा है वो भी अच्छा है और जो होगा वो भी अच्छा होगा।

33. निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य मिलते ही निंदा करनेवालों की राय बदल जाती हैं।

34. जो लोग बुद्धि को छोड़कर भावनाओं में बह जाते हैं उन्हें हर कोई मुर्ख बना सकता हैं।

35. कोई भी इंसान अपने जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मो से महान बनता है।

36. अगर आप क्रोध के समय थोड़ा सा धैर्य रख ले तो, आप कम से कम सौ दुःख भरे दिनों से बच सकते है।

37. जीवन में सब कुछ खत्म होने जैसा कुछ भी नहीं होता, हमेशा एक नई शुरुआत हमारा इंतजार कर रही होती है।

38. सबसे समझदार इंसान वही हैं, जो सफलता मिलने पर अहंकार में नहीं आता और असफलता में गम में नहीं डूब जाता हैं।

39. यदि तुम्हारे अंदर खुद को बदलने की ताकत नही है, तो तुम्हारा कोई अधिकार नही की तुम भगवान या भाग्य को दोष दो।

40. नरक के तीन द्वार हैं – वासना, क्रोध और लालच।

Bhagwat Geeta Hindi Quotes

Bhagwat Geeta Hindi Quotes

41. अच्छे कर्म करने के बावजूद भी लोग केवल आपकी बुराइयाँ ही याद रखेंगे। इसलिए लोग क्या कहते है इस पर ध्यान मत दो, आप सिर्फ अपना कर्म करते रहो।

42. प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत आपके अपने विचार है, इसलिए बड़ा सोचे और खुद को जितने के लिए हमेशा प्रेरित करें।

43. योग रहित पुरुष में निश्चय करने की बुद्धि नहीं होती और उसके मन में भावना भी नहीं होती ऐसे भावनारहित पुरुष को शांति नहीं मिलती।

44. कोई भी मनुष्य क्षण भर भी कर्म किए बिना नहीं रह सकता। सभी प्राणी प्रकृति के अधीन हैं और प्रकृति अपने अनुसार हर प्राणी से कर्म करवाती है और उसके परिणाम भी देती है।

45. तुम शास्त्रों में बताए गए अपने धर्म के अनुसार कर्म करो , क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है और कर्म न करने से तुम्हारा शरीर निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा।

46. अभिमान नहीं होना चाहिए की मुझे किसी की जरुरत नहीं पड़ेगी और यह वहम भी नहीं होना चाहिए की सब को मेरी जरुरत पड़ेगी।

47. जिस तरह आग सोने को परखती है उसी तरह मुसीबत मनुष्य को परखती है।

48. मदद सबकी करो मगर आशा किसी से मत रखो, क्योंकि सेवा का सही मूल्य ईश्वर ही दे सकते हैं।

49. हमेशा संदेह करने से खुंद का ही नुकसान होता है, संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता न ही इस लोक में है और न ही किसी और लोक में।

50. जो मनुष्य फल की इच्छा का त्याग करके केवल कर्म पर ध्यान देता है, वह अवश्य ही जीवन में सफल होता है।

Bhagavad Gita Quotes on Karma in Hindi

Bhagavad Gita Quotes on Karma in Hindi

51. अपने आपको ईश्वर के प्रति समर्पित कर दो, यही सबसे बड़ा सहारा है। जो कोई भी इस सहारे को पहचान गया है वह डर चिंता और दुखों से मुक्त रहता है।

52. मैं उन्हें ज्ञान देता हूँ जो सदा मुझसे (ईश्वर) जुड़े रहते हैं और जो मुझसे प्रेम करते हैं।

53. व्यक्ति जो चाहे बन सकता है, यदि विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिन्तन करे।

54. समय से पहले और भाग्य से अधिक किसी को कुछ भी नहीं मिलता।

55. लगातार कोशिश करने से अशांत मन को वश में किया जा सकता हैं।

56. समस्याए हमारे जीवन में बेवज़ह नहीं आती, उनका आना एक इशारा हैं की हमें अपने जीवन में कुछ बदलना हैं।

57. सिर्फ अपनी नही बल्कि दूसरों की गलतियों से भी सीखो, क्योंकि लक्ष्य बड़ा है और समय कम।

58. जब परिवार के सदस्य अप्रिय लगने लगे और पराये अपने लगने लगे, तो समझ लीजिए विनाश का समय आरंभ हो गया है।

59. मनुष्य की मानवता उसी वक़्त नष्ट हो जाती है जब उसे दूसरों के दुःख पर हँसी आने लगती है।

60. जैसे समुद्र के पार जाने के लिए नाव ही एक मात्र जरिया है, वैसे ही स्वर्ग में जाने के लिए सत्य ही एक सीढी हैं।

Inspiring Karma Bhagavad Gita Quotes

Inspiring Karma Bhagavad Gita Quotes

61. सम्मान हमेशा समय और स्थिति का होता है, पर व्यक्ति उसे अपना समझ लेता है।

62. किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है, कि अपना काम करें भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े।

63. एक अनुशासित व्यक्ति अपना तथा समाज व देश का विकास कर सकता है।

64. जो बीत गया उस पर दुःख क्यों करना, जो है उस पर अहंकार क्यों करना, और जो आने वाला है उसका मोह क्यों करना।

65. परिवर्तन संसार का नियम है, समय के साथ संसार मे हर चीज परिवर्तन के नियम का पालन करती है।

66. दान करना और भूल जाना दान की सर्वोच्च प्रक्रिया है, कि गई दान की गणना तुम्हारे दान को तुच्छ बना देता है।

67. शिक्षा और ज्ञान उसी को मिलता है जिसमें जिज्ञासा होती है।

68. आत्मज्ञान की तलवार से अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह को काटकर अलग कर दो – उठो अनुशाषित रहो।

69. जिससे किसी को कष्ट नहीं पहुँचता तथा जो अन्य किसी के द्वारा विचलित नहीं होता, जो सुख-दुख में भय तथा चिन्ता में समभाव रहता है, वह मुझे अत्यन्त प्रिय है।

70. जो मनुष्य सुख और दुख में विचलित नहीं होता है, दोनों में समभाव रखता है वह मनुष्य निश्चित रूप से मुक्ति के योग्य हैं।

Gita Hindi Quotes

Gita Hindi Quotes

71. क्रोध से मनुष्य की मति मारी जाती है यानी मूढ़ हो जाती है जिससे स्मृति भ्रमित हो जाती है। स्मृति-भ्रम हो जाने से मनुष्य की बुद्धि नष्ट हो जाती है और बुद्धि का नाश हो जाने पर मनुष्य खुद का अपना ही नाश कर बैठता है।

72. हृदय से जो दिया जा सकता है वो हाथ से नहीं और मौन से जो कहा जा सकता है वो शब्द से नहीं।

73. ध्यान का अर्थ है भीतर से मुस्कुराना और सेवा का अर्थ है इस मुस्कुराहट को औरों तक पँहुचाना।

74. समय और भाग्य दोनों परिवर्तनशील है इनपर कभी अहंकार नही करना चाहिए।

75. जो मनुष्य सभी इच्छाएँ त्याग देता है ,उसे शान्ति की प्राप्त होती है।

75. जो व्यवहार आपको दूसरों से अपने लिए पसंद ना हो, ऐसा व्यवहार दूसरों के साथ भी ना करें।

76. कुछ बुद्धिमान तो होते हैं परंतु धन के हाथ लगते ही उनमें अभिमान की आग बहुत तीव्रता से जलने लगती है।

77. जो मनुष्य सभी इच्छाओं व कामनाओं को त्याग कर ममता रहित और अहंकार रहित होकर अपने कर्तव्यों का पालन करता है, उसे ही शांति प्राप्त होती है।

78. कर्म करने में तेरा अधिकार है उसके फलों के विषय में मत सोच, इसलिए तू कर्मों के फल का हेतु मत हो और कर्म न करने के विषय में भी तू आग्रह न कर।

79. अभिमान को आने मत दो स्वाभिमान को जाने दो क्योंकि अभिमान आपको उठने नहीं देगा और स्वाभिमान कभी गिरने नहीं देगा।

80. जैसे पानी में तैरती नाम को तूफान उसे अपने लक्ष्य से दूर ले जाता है, वैसे ही इंद्रिय सुख मनुष्य को गलत रास्ते की ओर ले जाता है।

Gita Quotes in Hindi

Gita Quotes in Hindi

81. प्रेम शरीर या सुंदरता को देखकर नही होता है,प्रेम हृदय से होता है, जहाँ दो ह्रदय मिल जाये वही प्रेम जन्म लेता हैं।

82. जिस डर से आत्मविश्वास की हानि होने लगे, उस डर का अंत करना आवश्यक हो जाता है।

83. संसार मे सबसे श्रेष्ठ संबंध भगवान के साथ ही है, जिसमें कभी दुख नही मिलता।

84. जो हो रहा है उसे होने दो, ईश्वर ने तुम्हारी सोच से बेहतर तुम्हारे लिए सोच रखा है।

85. समय और स्थिति कभी भी बदल सकती हैं, अतः कभी किसी का ना ही अपमान करे और न ही किसी को तुच्छ समझे, आप शक्तिशाली हो सकते हैं पर समय आपसे अधिक शक्तिशाली है।

86. परेशानी आए तो ईमानदार रहें, धन आ जाए तो सरल रहें, अधिकार मिलने पर नम्र रहें और कोध आने पर शांत रहें – यही जीवन का प्रबंधन कहलाता है।

87. जो व्यक्ति मन को नियंत्रित नहीं करते, उनके लिए मन शत्रु के समान कार्य करता हैं।

88. मन की शांति से बढ़कर इस संसार में कोई भी संपत्ति नहीं है।

89. अगर परमात्मा तुम्हें कष्ट के पास ले आया है, तो अवश्य ही वो तुम्हें कष्ट के पार भी ले जाएगा।

90. जीवन का आनंद ना तो भूतकाल में है और ना भविष्यकाल में बल्कि जीवन तो बस वर्तमान को जीने में है।

Bhagavad Gita Quotes on Karma in Hindi

Bhagavad Gita Quotes on Karma in Hindi

91. समय जब पलटता है तो सबकुछ पलट देता है इसलिए, अच्छे समय में घमंड ना रखे और बुरे वक़्त में सब्र रखना ना छोड़े।

92. जो सरलता से मिलता रहे उसका महत्व नही रह जाता। अक्सर खो देने के बाद समय, व्यक्ति और संबंध के मूल्य का आभास होता है।

93. चिंता मत करो क्योंकि जिसने तुम्हें इस संसार में भेजा है उसे तुम्हारी ज्यादा चिंता है।

94. व्यक्ति अपने विश्वास से बनता है, जैसा वो विश्वास करता हैं वैसा वो बन जाता हैं।

95. प्रत्येक बुद्धिमान व्यक्ति को क्रोध और लोभ त्याग देना चाहिए क्योंकि इससे आत्मा का पतन होता है।

96. मन को प्रभु के साथ जोड़ दो जहाँ प्रभु जाएं, वहाँ मन जाए और जहाँ मन जाए वहाँ प्रभु साथ रहें ।

97. नकारात्मक विचारों का आना तय है लेकिन यह आप पर निर्भर करता हैं, की आप उन्हें महत्व देते हैं या फिर अपने सकारात्मक विचारों पर ही ध्यान लगाए रहते हैं।

98. कुछ लोग अपने अधिकार के लिए तो संघर्ष करते है, परंतु अपने कर्तव्य को भुल जाते है।

99. ईश्वर की शरण में निःस्वार्थ भाव से जाएं क्योंकि आपको क्या चाहिए, उन्हें पता है।

100. संघर्ष करते हुए कभी मत घबराना क्योंकि संघर्ष के दौरान ही व्यक्ति अकेला होता है, सफलता के बाद तो सारी दुनिया साथ देती है।

101. दुःख भोगने वाला आगे चलकर सुख भोग सकता है, लेकिन दुःख देने वाला कभी सुखी नही हो सकता है।


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